जोजोड़ा : जौनसार-बावर की अनोखी विवाह प्रणाली
मेरी पैदाइश और परवरिश कई छोटे कस्बों एवं नगरों में हुई है , इसके बावजूद मेरा अपने पैतृक स्थान से अलग ही लगाव रहा है | मेरा ये विश्वास रहा है कि - आप चाहे कहीं भी रहें ; कोई भी काम-काज करें ; या कितना भी कमाएं , आपको अपनी जड़ों को कभी नहीं भूलना चाहिए | अपने समाज के प्रति अपनेपन का यह भाव , आपको हमेशा इसकी परंपरा और सामाजिक एवं सांस्कृतिक पहचान को समझने के लिए प्रेरित करता है | Artist : Sneha Singh Tomar मैं उत्तराखंड की ' जौनसारी ' जनजाति से ताल्लुक रखता हूँ , जिसका इतिहास महाभारत के पांडवों और राजस्थान के राजपूतों से जुड़ा हुआ है | कई लोग हमें पांडवों का वंशज भी मानते हैं | भौगोलिक दृष्टि से पहाड़ी , जौनसार-बावर , उत्तराखण्ड़ राज्य के देहरादून जनपद में स्थित है , एवं इसके दो भाग हैं : ऊपरी भाग को बावर तथा निचले भाग को जौनसार कहा जाता है | यह क्षेत्र बाहरी दुनिया और समाज से कई सदियों तक अछूता रहा , जिससे यहां की अनूठी परंपराये और संस्कृति अभी तक कायम रही | हर समाज की अपनी अनूठी परंपरा और सामाजिक एवं सांस्कृतिक व्यवस्था होती है जो उसे दूसरों से अलग करती है | जब कोई